झांसी मेडिकल कॉलेज में भीषण हादसा: NICU में आग लगने से 10 बच्चों की मौत।

झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात एक भीषण हादसे में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई, जबकि 45 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।अस्पताल में आग लगने के बाद अफरा-तफरी और भगदड़ का माहौल बन गया। वार्ड में धुएं और आग की लपटों के बीच डॉक्टरों, नर्सों और प्रशासन की टीम ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया। आग से प्रभावित वार्ड की खिड़की तोड़कर 45 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि, 10 बच्चों की जान नहीं बचाई जा सकी। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात एक भीषण हादसे में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई, जबकि 45 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। यह घटना अस्पताल के शिशु वार्ड (NICU) में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग के चलते हुई।अचानक लगी आग की जानकारी मिलते ही मौके पर स्वास्थ्य मंत्री सह डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पहुंचे हैं। उन्होंने मुआवजे का ऐलान किया है। आग के कारणों को लेकर कई प्रकार क बातें सामने आ रही हैं।उत्तर प्रदेश के झांसी से दिल को दहलाने वाली खबर सामने आई है। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार की रात आग ने कहर दिखा। मेडिकल कॉलेज के नीकू वार्ड में अचानक आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। इस घटना को लेकर यूपी सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। प्रदेश के डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज पहुंच गए हैं। उन्होंने नवजात शिशुओं के परिवारों से मुलाकात की। डिप्टी सीएम ने नवजात शिशुओं की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।मेडिकल कॉलेज में पत्रकारों से बात करते हुए यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि नवजात शिशुओं की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम परिजनों के साथ मिलकर नवजातों के शव की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी। यह जांच स्वास्थ्य विभाग करेगा। दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा। अग्निशमन विभाग टीम भी इस जांच का हिस्सा होगी। तीसरा मजिस्ट्रियल जांच के भी निर्देश दिए गए हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी।महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के विशेष नवजात देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से मौत हो गई। मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे ने बताया कि जिस वार्ड में आग लगी थी, वहां 55 नवजात भर्ती थे। 45 नवजात को सुरक्षित निकाल लिया गया। उनका इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही करीब 15 दमकलें मौके पर पहुंच गईं। सेना को भी बुला लिया।सेना एवं दमकल ने मिलकर आग बुझाई। बच्चों को सर्वोत्तम चिकित्सा उपचार दिया जा रहा है, वे जल्द ठीक हो जाएंगे। आज सुबह डिप्टी सीएम बृजेश पाठक मेडिकल कॉलेड पहुंच गये हैं। झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे में शिकार परिजनों को शासन द्वारा पांच लाख रुपये की सहायता की घोषणा की गई है। घायलों के परिजनों को पचास-पचास हजार की सहायाता मिलेगी।

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