केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे•पी नड्डा ने मंकीपॉक्स को लेकर चिंता जताई है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने मंकीपॉक्स के लिए भारत की तैयारियों की समीक्षा की
हालांकि देश में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बीमारी को अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ
मंकीपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (पीएचईआईसी) घोषित करने, मंकीपॉक्स से संबंधित घटनाक्रमों और इसके लिए तैयारियों की विस्तृत समीक्षा के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शनिवार (17 अगस्त, 2024) को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। मंत्रालय ने कहा, “आज की तारीख तक भारत में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अत्यधिक सावधानी के तौर पर कुछ उपाय किए जाएंगे, जिनमें सभी हवाई अड्डों, बंदरगाहों और जमीनी क्रॉसिंगों पर स्वास्थ्य इकाइयों को संवेदनशील बनाना, परीक्षण प्रयोगशालाओं (संख्या 32) को तैयार करना, पता लगाने, अलगाव और निगरानी के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को तैयार करना शामिल है।
बैठक में यह बात सामने आई कि मंकीपॉक्स संक्रमण आमतौर पर 2-4 सप्ताह तक चलने वाला स्व-सीमित संक्रमण है और रोगी आमतौर पर सहायक प्रबंधन से ठीक हो जाते हैं। संक्रमण के लिए संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक निकट संपर्क की आवश्यकता होती है और यह आमतौर पर यौन मार्ग, शरीर/घाव द्रव के साथ सीधे संपर्क या संक्रमित व्यक्ति के दूषित कपड़े/लिनन के माध्यम से होता है।

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