NCRB रिपोर्ट के अनुसार इस बैसाखी वाली सरकार मे हर रोज़ 87 माँओं- बहनों का बलात्कार हो रहा है।ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे वर्तमान सरकार बलात्कारियों के सामने खुद को असहाय महसूस कर रही है और करे भी क्यों न अक्सर देखने को मिला है बलात्कारी या तो वर्तमान सरकार का कोई नेता या पार्टी का सदस्य है।
जैसे-प्रज्ज्वल रेवनना, दाती महाराज, चिन्मयानंद, बाबा गुरमीत आदि।
कुछ ही मामले प्रकाश मे आ पाते हैं और बहुत से मामले बाहर नही आ पाते क्योंकि बिकाऊ मीडिया अर्थात नेशनल मीडिया जान बूझकर उस पर बात नही करता।
तस्लीम के लिये कोई इंसाफ़ क्यों नहीं माँग रहा क्या इस मामले में मज़हब आढ़ में आ रहा है?क्यों उनके परिवार की CBI जाँच की मांग नहीं मानी जा रही ? आखिर क्या वजह है नेशनल मीडिया इस खबर को कवरेज नहीं दे रहा
छत्तीसगढ़ में एक 27 साल की लड़की अपने दोस्त के साथ मेला गई थी घूमनेलौटते वक्त उस दोस्त ने लड़की का रेप किया और अपने 9 साथियों को बुलाकर लड़की का गैंगरेप करवाया। 10 लोगों ने एक लड़की का गैंग रेप किया।
यूपी के झांसी में तीन लोगों ने चलती कार में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म किया।
देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून में बस स्टैंड पर खड़ी आईएसबीटी बस में 15 वर्षीय अनाथ और बेघर लड़की के साथ 6 लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया।
राजस्थान के जोधपुर में 2 साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और उसे बेहोशी की हालत में एक मंदिर के पास छोड़ दिया गया।
महाराष्ट्र के ठाणे में एक निजी स्कूल के शौचालय में नवनियुक्त सफाईकर्मी ने 4 साल की दो नर्सरी छात्राओं के साथ बलात्कार किया।
यूपी के मेरठ में दो साल की बच्ची के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई। बच्ची को उसकी मां ने सोते समय उठा लिया था।
आगरा में एक युवती का रेप तांत्रिकों ने मिलकर किया।
कठुआ बलात्कार मामले में जनवरी 2018 में भारत के जम्मू और कश्मीर में कठुआ के पास रसाना गांव में सात पुरुषों (छह पुरुष और एक किशोर) द्वारा 8 वर्षीय मुस्लिम लड़की, आसिफा बानो का अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या शामिल थी।