रुड़की गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के माधोपुर गांव में 24/25 अगस्त की रात पुलिस के गौरक्षक दस्ते ने दावा किया कि उन्होंने कथित गौमांस के साथ एक स्कूटर सवार मुस्लिम युवक को पकड़ने की कोशिश की, जिस पर युवक वसीम उर्फ मोनू ने छलांग लगा दी, जिससे डूबने से उसकी मौत हो गई। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस के गौरक्षक दस्ते ने वसीम का नाम पूछने के बाद उसकी बेरहमी से पिटाई की और बाद में उसे झील में फेंक दिया। हरिद्वार के रुड़की में जिम ट्रेनर वसीम उर्फ मोनू की संदिग्ध मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है। गुरुवार को कांग्रेस सांसद इमरान मसूद, उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत समेत कई कांग्रेस नेता मृतक वसीम के घर सोलापुर पहुंचे। दरअसल, पुलिस अधिकारियों के मुताबिक वसीम की मौत झील में डूबने से हुई है, जबकि उसके परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने वसीम को गो तस्कर बताकर पीटा। पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वे वसील को न्याय दिलाएंगे।वसीम उर्फ मोनू की बात करें तो उसे जिम का बहुत शौक था। वह रुड़की के अपने गांव सोलहपुर में जिम चलाता था और अपने जिम में ट्रेनर भी था। वसीम के जिम के कुछ फोटो-वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें वह बॉडी बिल्डिंग करता हुआ नजर आ रहा है। इसके साथ ही वसीम इलेक्ट्रॉनिक्स का काम भी जानता था। वह फ्रिज, वॉशिंग मशीन और घरों की लाइटें रिपेयर करता था। इलेक्ट्रॉनिक काम के लिए वह अक्सर शहर से बाहर भी रहता था।